Bihar Board 12th History Frist Terminal Exam Answer Key:,12th History Objective Subjective 30 August ,12th History Answer Key, 12th History 30 August Answer Key Objective Subjective 2024, Bihar Board 12th History Answer Key 30 August, bihar board 12th History answer key, bihar board 12th History objective subjective august monthly exam, 12th History 30 august answer key, 12th History monthly exam question paper, 12th History august monthly exam answer key, biharkhabar, bihar board History First Terminal Exam answer key , 12th History first terminal exam answer key , 12th History answer key august first terminal exam answer key ,
Bihar Board 12th History Frist Terminal Exam answer Key:
बिहार बोर्ड के द्वारा कक्षा 12वीं अगस्त की सवाधिक परीक्षा की शुरुआत 23 अगस्त 2024 से लेकर 31 अगस्त 2024 तक सवाधिक परीक्षा चलने वाली है, इस लेख में विस्तार पूर्वक Bihar Board Class 12th History 30 August Terminal Exam Answer key 2024 के बारे में पूरी जानकारी देने वाला हूं और साथी 100% Correct answer key और वायरल प्रश्न यह दोनों इस Post में मिलने वाला है, 12th History August की सवाधिक परीक्षा दिनांक 30.08.2024 के दिन होने वाली है | Class 12th History Terminal Exam Frist Sitting में होने वाली है …पूरा लेख पढ़ें…
Bihar Board 12th August History monthly Exam 2024 : Overview
Name of the Board | Bihar School Examination Board, Patna |
Name of the Article | Bihar Board 12th August First Terminal Exam |
Article Type | 12th History Answer Key |
12th Monthly Exam Start Date 2024 | 23 August 2024 |
12th Monthly Last Exam Date 2024 | 31 August 2024 |
Session | 20223-25 |
Bihar Board Official Website | Click Here |
12th History August Answer key 2024: सवाधिक परीक्षा वायरल प्रश्न और आंसर key कैसे डाउनलोड करें
यदि आप भी 30 अगस्त 2024 के दिन Class 12th History August First Terminal exam की परीक्षा में सम्मिलित होने वाले हैं और वायरल प्रश्न और साथ ही Answer key कैसे देखना है व डाउनलोड करना है यह पूरी जानकारी आगे मिलने वाली है, August First Terminal exam answer key download करने का लिंक नीचे दिया गया है और साथी 30 Objective प्रश्न में 25 वस्तुनिष्ठ प्रश्न का जवाब देना है | History August objective Answer key देखने का लिंक नीचे दिया गया है और सब्जेक्टिव प्रश्न डाउनलोड करने का भी लिंक नीचे दिया गया है |
Bihar Board 12th History First Terminal Exam Objective Answer Key 28 August
Q.N. | ANS | Q.N. | ANS |
1. | D | 16. | A |
2. | A | 17. | C |
3. | B | 18. | A |
4. | C | 19. | C |
5. | B | 20. | D |
6. | B | 21. | B |
7. | B | 22. | D |
8. | A | 23. | B |
9. | B | 24. | C |
10. | C | 25. | C |
11. | D | 26. | A |
12. | D | 27. | C |
13. | B | 28. | A |
14. | D | 29. | C |
15. | D | 30. | B |
खण्ड – ब / SECTION – B
लघु उत्तरीय प्रश्न / Short Answer Type Questions
प्रश्न संख्या 1 से 10 तक लघु उत्तरीय हैं। किन्हीं 5 प्रश्नों के उत्तर दें। प्रत्येक के लिए 2 अंक निर्धारित है :
1. स्त्रीधन से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर – स्त्रीधन महिलाओं की वह संपत्ति है जिस पर उनका पूर्ण अधिकार होता है और गैर स्त्रीधन संपत्ति पर उनका केवल सीमित अधिकार होता है। स्त्रीधन में किसी महिला को उसके माता-पिता, पति, माता-पिता या पति के करीबी रिश्तेदारों द्वारा विवाह के समय या अन्य अवसरों पर दिए गए उपहारों के माध्यम से प्राप्त संपत्ति शामिल होती है।
2. अनुलोम और प्रतिलोम विवाह में क्या अंतर था ?
उत्तर- अनुलोम विवाह का सामान्य अर्थ है अपने वर्ण से निम्नत्तर वर्ण में विवाह करना। इसके विपरीत किसी निम्नस्तर वर्ण के पुरुष और उच्चत्तर वर्ण की कन्या के बीच संबंध का स्थापित होना प्रतिलोम विवाह कहलाता है। जैसे- क्षत्रिय द्वारा ब्राह्मणी से विवाह करना ।
3. मोहनजोदड़ो के विशाल स्नानागार की दो विशेषताएँ लिखें ।
उत्तर- मोहनजो-दारो के महान स्नानागार को “प्राचीन दुनिया का सबसे पुराना सार्वजनिक जल टैंक” कहा जाता है। यह लगभग 12 मीटर (40 फीट) गुणा 7 मीटर (23 फीट) मापता है, जिसकी अधिकतम गहराई 2.4 मीटर (8 फीट) है। दो चौड़ी सीढ़ियाँ, एक उत्तर से और एक दक्षिण से, संरचना में प्रवेश के रूप में कार्य करती थीं।
4. हड़प्पा सभ्यता का विस्तार बताइए ।
उत्तर- हड़प्पा सभ्यता भारत भूमि पर लगभग 13 लाख वर्ग किलोमीटर के क्षेत्रफल में त्रिभुजाकार स्वरूप में फैली हुई थी। यह उत्तर में ‘मांडा’ (जम्मू कश्मीर) तक, दक्षिण में ‘दैमाबाद’ (महाराष्ट्र) तक, पूर्व में ‘आलमगीरपुर’ (उत्तरप्रदेश) तक और पश्चिम में ‘सुत्कागेंडोर’ (पाकिस्तान) तक फैली हुई थी।
5. महाजनपद से आप क्या समझते हैं?
उत्तर- महाजनपद अधिकांशतः राजतंत्रीय राज्य होते थे जहां राजवंशीय राजा के पास पूर्ण शक्तियां और नियमित सेना होती थी और वे जनपद या राज्य नामक एक परिभाषित क्षेत्र पर शासन करते थे । हालांकि, उनमें से कुछ गणतंत्र थे जिन्हें गण या गणसंघ या गणराज्य के नाम से जाना जाता था ।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न / Long Answer Type Questions
प्रश्न संख्या 11 से 15 तक दीर्घ उतरीय है। किन्हीं 3 प्रश्नों के उत्तर दें। प्रत्येक के लिए 5 अंक निर्धारित है|
11. वर्ण व्यवस्था एवं जाति-व्यवस्था की उत्पत्ति पर प्रकाश डालें ।
उत्तर – वर्ण व्यवस्था स्तरीकरण की एक सामाजिक प्रणाली है जो समाज को उनकी सामाजिक और आर्थिक क्षमताओं के आधार पर विभिन्न स्तरों में विभाजित करती है। वर्ण व्यवस्था पदानुक्रमित प्रणाली प्रारंभिक वैदिक काल के दौरान प्रचलित थी। वर्ण व्यवस्था का सबसे पहला संदर्भ ऋग्वेद के दसवें मंडल में पाया जा सकता है। जाति व्यवस्था एक सहज रूप से परिभाषित वर्ग संरचना है। कुछ समाजों में, किसी व्यक्ति की संभावनाओं तक पहुँच उसके मूल परिवार पर निर्भर करती है। जाति व्यवस्था शब्द 1840 के दशक से शुरू हुआ, जबकि जाति शब्द 1500 के दशक से शुरू हुआ। इस निबंध में, हम भारत में जाति व्यवस्था की जाँच करेंगे।
12. महाभारत प्राचीन काल के सामाजिक मूल्यों का अध्ययन करने के लिए एक अच्छा स्रोत कैसे है ?
उत्तर- हाँ, महाभारत प्राचीन काल के सामाजिक मूल्यों का अध्ययन करने का एक अच्छा स्रोत है।
(i) महाभारत उस काल के सामाजिक मूल्यों का विशद वर्णन करता है। यह दो चचेरे भाइयों के बीच की कहानी है और इस प्रकार समाज में संघर्ष के इर्द-गिर्द घूमती है।
(ii) पितृवंशीय उत्तराधिकार पर बल दिया गया है।
(iii) महाभारत कहानियों के माध्यम से धर्मशास्त्रों में निर्धारित जाति और व्यवसाय के बीच के संबंध को पुष्ट करता है। उदाहरण के लिए, गुरु-शिष्य संबंध (एकलव्य)।
(iv) महाभारत में जाति व्यवस्था और विभिन्न जाति समूहों के आपसी संबंधों का विशद वर्णन किया गया है। यह हिडिम्बा के भीम के साथ विवाह की कहानी से स्पष्ट है।
(v) महाभारत पितृसत्तात्मक समाज के प्रमाण भी प्रदान करता है, उदाहरण के लिए, युधिष्ठिर ने पासों के खेल में अपनी पत्नी द्रौपदी को दांव पर लगा दिया।
(vi) कन्यादान या विवाह में बेटी का उपहार पिता का एक महत्वपूर्ण धार्मिक कर्तव्य माना जाता था।
(vii) समाज में विभिन्न प्रकार के विवाह प्रचलित थे।
(viii) महाभारत में माँ और बेटे के बीच के रिश्ते में दो विपरीत सामाजिक मानदंड भी दिए गए हैं। उदाहरण के लिए
(क) पांडवों और उनकी माँ के बीच का रिश्ता (ख) कौरवों और उनकी माँ के बीच का रिश्ता।
13. आर्यभट्ट ने विज्ञान के क्षेत्र में क्या योगदान दिया ?
उत्तर- आर्यभट्ट, एक प्राचीन भारतीय गणितज्ञ और खगोलशास्त्री, ने गणित और खगोल विज्ञान के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनके अभिनव कार्यों में दशमलव प्रणाली का आविष्कार और शून्य का प्लेसहोल्डर के रूप में उपयोग, साथ ही पाई के मान की सटीक गणना और ग्रहों की गति का निर्धारण शामिल था। गणित के क्षेत्र में आर्यभट्ट के योगदान में बीजगणित, पाई का सन्निकटन, स्थानीय मान प्रणाली और शून्य, त्रिकोणमिति आदि शामिल हैं। उत्तर: खगोल विज्ञान के प्रति आर्यभट्ट के योगदान में सौरमंडल की गति, नाक्षत्र काल, ग्रहण, सूर्यकेन्द्रवाद आदि शामिल हैं। उत्तर: आर्यभट्ट द्वारा लिखित प्रसिद्ध पुस्तक आर्यभटीय है।
Bihar Board 12th History August First Terminal Exam History answer Key , 12th History Subjective Question Paper With Answer Key–
Bihar Board 12th First Terminal Exam 2024:- Imp Links | |
Bihar Board 12th History Download Question Paper | Click Here |
Download 12th History Subjective Pdf Download | Click Here |
Download 12th Home Science Question paper Download | Click Here |
Join WhatsApp Channel Link | Click Here |
Join Telegram Channel Link | Click Here |
https://www.youtube.com/live/yFIjSeL4D_8?si=Y7_wipLF8HwAqYeh&t=311