11th Hindi 19 March Answer Key: 11th Hindi Objective Subjective 2025 यहां से देखों 19 मार्च को यहीं आयेगा Education Success
11th Hindi 19 March Answer Key:
बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड पटना के द्वारा कक्षा 11वीं की वार्षिक परीक्षा जो चलने वाली है 17 मार्च से 25 मार्च के बीच आयोजित किया गया दिनांक 19 मार्च को अंग्रेजी का विषय Exam है जिसका इस पोस्ट में 11th Hindi Answer Key, Viral Question देने वाले हैं जो कि 100% ओरिजिनल पेपर , आंसर को मिलेगा निचे लिंक दिया गया है पुरा लेख पढ़े
19 March Hindi Answer Key 2025:- View
Name of Board | Bihar School Examination Board Patna |
Name Of Article | 11th Annual Exam Answer Key 2025 |
Post Category | Viral Question , Answer Key |
Bihar Board 11th Exam Start | 17 March 2025 |
Bihar Board 11th Exam End | 25 March 2025 |
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Official Website | biharboardonline.com |
Bihar Board 11th Annual Exam 2025 Kab se kab tak hai ?
अगर आप भी कक्षा 11वीं वार्षिक परीक्षा में शामिल होने वाले हैं तो तमाम छात्र-छात्राओं को इस पोस्ट में विस्तार पूर्वक से जानेंगे की बिहार बोर्ड के द्वारा कक्षा 11वीं वार्षिक परीक्षा का आयोजन 17 मार्च 2025 से 25 मार्च 2025 तक आयोजन किया गया है | बिहार बोर्ड के द्वारा रूटिंन को जारी कर दिया गया है रूटिंन को डाउनलोड करने का लिंक नीचे दिया गया है पूरी जानकारी के लिए पूरा पोस्ट पढ़ें..
Bihar Board 11th Hindi Answer Key 2025, 11th Hindi Objective Subjective 2025:-
बिहार बोर्ड कक्षा 11वीं का वार्षिक परीक्षा का प्रश्न पत्र का सभी छात्र बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं इस लेख में आप सभी परीक्षार्थी को Answer key 100% correct देखने को मिलने वाला है और साथ ही साथ 11th English 19 March Exam Viral Question भी मिलने वाला है इसी लेख में, इस लेख का मुख्य उद्देश्य है की सभी परीक्षार्थी या जांच कर ले की परीक्षा में कितना अंक सही करके आए हैं | दोस्तों 11th Annual Exam March Answer key और Annual Exam Viral प्रश्न पत्र कैसे डाउनलोड करना है, नीचे दिए गए लिंक के माध्यम से ऑब्जेक्टिव सब्जेक्टिव दोनों डाउनलोड कर सकते हैं |
Bihar Board 11th Hindi Objective Answer Key:-

11th Hindi Subjective 19 March
1. i). मेरा गांव – गांव की जमीन बहुत उपजाऊ है जिसके कारण किसानों को फसल में अच्छा फायदा होता है। मेरा गांव चारों ओर से नदियों पहाड़ों से घिरा हुआ है जिसके कारण यहां का वातावरण काफी शुद्ध और मनभावन होता है। मेरे गांव के लोग स्वच्छता के प्रति काफी जागरूक हैं यहां हर घर में शौचालय है और लोग शौच के लिए शौचालय का ही इस्तेमाल करते हैं।
2. i). Ans- तकदीर की खूबी है मजूरी हम करें मजा दूसरे लूटी । ” सप्रसंग व्याख्या निम्न प्रकार से की गई है। संदर्भ : प्रस्तुत पंक्तियां ” पूस की रात ” कहानी से ली गई है।
ii). Ans- इसलिए अगर आप जिंदगी से बहुत परेशान हो तो आत्महत्या करने से अच्छा है कि आप मोक्ष / मुक्ति को प्राप्त कीजिए । ये आपको हमेशा के लिए इस जन्म – मरन के चक्र से मुक्त करवाएगी और आपको वापस इस धरती पर दुख भोगने के लिए जन्म नहीं लेना पड़ेगा ।
3. ii). Ans-
4. i). Ans- प्रेमचंद का असली नाम धनपत राय श्रीवास्तव था, और उनके माता-पिता के नाम क्रमशः अंजना देवी (माता) और अमृत लाल श्रीवास्तव (पिता) थे
iii). Ans- उन्होंने रात होने पर सभी ठिकाने साधकर साधारण मोर्चे बाँधे और चार घड़ी रात रहते ही किले के पश्चिमी बाजू पर गरनाली तोपों से वार करने लगे।
v). Ans- उन्हें पूर्व समय में गाँव में बिताए गए दिनों की याद आ जाती है और वह उन दिनों का दोबारा आनंद लेते हैं।
vi). Ans- नई पीढ़ी के सपने, जो आधुनिक और प्रगतिशील हैं, गालिब की सोच और विचारों से प्रेरित हैं। उन्होंने जटिल जीवन की उलझनों को अपनी कविताओं और शायरी के माध्यम से सरल बनाया।
vii). Ans- कवि केदारनाथ सिंह अपनी दिनचर्या में सरल और सहज थे, वे कविता के बारे में बात करना पसंद नहीं करते थे और न ही अपने बारे में या अपनी कविताओं के बारे में।
5. ii). Ans- हल्कू एक गरीब बटाईदार किसान था। वह बहुत मेहनत करता था, लेकिन उसे पेट भर खाना नहीं मिल पाता था। वह जो भी कमाता था, वह कर्ज चुकाने में ही खर्च हो जाता था। इसलिए वह हमेशा कर्ज में डूबा रहता था।
iv). Ans- दूसरे पद में मीराबाई श्याम (श्रीकृष्ण) की चाकरी इसलिए करना चाहती हैं क्योंकि उनकी चाकरी करने पर मीरा श्रीकृष्ण के लिए बाग लगायेगी ताकि उन्हें प्रसन्न कर सके और इससे उन्हें नित्य उनके दर्शन का लाभ मिलेगा, वृंदावन की कुंज गली में गोविंद की लीलाओं को गा सकेंगी और उन्हें भक्ति भाव का साम्राज्य प्राप्त हो जायेगा।
vi). Ans- संज्ञा या सर्वनाम का क्रिया के साथ संबंध दर्शाने वाले शब्दों या चिन्हों को कारक कहते हैं, और हिंदी में इनके आठ भेद होते हैं: कर्ता, कर्म, करण, संप्रदान, अपादान, संबंध, अधिकरण, और संबोधन।
6. i). Ans- भारतीय संस्कृति में पर्व और त्योहारों का बहुत महत्व है, जो प्रेम और सद्भावना को बढ़ावा देते हैं। चाहे वे राष्ट्रीय, धार्मिक, ऋतु-संबंधी या फसल से जुड़े हों, सभी समुदाय इन्हें हर्षोल्लास से मनाते हैं, जिससे सांस्कृतिक एकता मजबूत होती है।
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